158 Part
92 times read
0 Liked
स्वाभाविक दान / बालस्वरूप राही पेड़ किसी से नहीं पूछता कहो, कहाँ से आए ? वह तो बस दे देता छाया चाहे जो सुस्ताए। खिलते समय न फूल सोचता कौन उसे ...